वीर भोग्या वसुन्धरा
वीर भोग्या वसुन्धरा वसुन्धरा का भोग तो वीर किया करते हैं। कायर और क्रूर तो मर-मर के जिया करते हैं।। माँ अपनी कोख पर गुमान किया करती है। ऐसे देश भक्तों का सम्मान किया करती हैं।। गुरु माता-पिता उन्हें वरदान दिया करते हैं। वसुन्धरा का भोग तो वीर किया करते हैं। । ऐसे वीर प्रेमी पर प्रिया समर्पित हो जाती है। मान के भगवान उसे हृदय में बिठाती है ।। इसी प्रेम प्रेरणा से ये विजय किया करते हैं। वसुन्धरा का भोग तो वीर किया करते हैं ।। "शौर्यम..दक्षम..युध्धेय..! बलिदान परम धर्म ! मर-मर के ये वीर अमर हो जाते हैं। देश में अपना नया इतिहास रचाते हैं ।। ऐसे बलिदानी वीर शहीद हुआ करते हैं। वसुन्धरा का भोग तो वीर किया करते हैं ।। महाराणा प्रताप